योगेश जी का ना रहना मेरे लिठतो पितातà¥à¤²à¥à¤¯ शखà¥à¤¸à¤¿à¤¯à¤¤ का हमारे बीच से चले जाना है. योगेश जी का और हमारा यानी निखिल - विनय का बहà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ साथ रहा. हमलोगों ने मà¥à¤¯à¥‚जिक शà¥à¤°à¥‚ किया था तà¤à¥€ à¤à¤• अघोषित सा निरà¥à¤£à¤¯ ले लिया था कि गीत तो योगेश जी ही लिखेंगे और इस पर कोई विचार नहीं होगा.
'इंगà¥à¤²à¤¿à¤¶ बाबू देसी मैम' हो या फिर 'चोर और चांद' हो गया कि 'बेवफा सनम' हो सारी फिलà¥à¤®à¥‹à¤‚ में हमारे लिठयोगेश जी ही लिखते रहे और कà¥à¤¯à¤¾ खूब लिखा उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने. मà¥à¤à¥‡ वो वीनू बोला करते थे और मà¥à¤à¥‡ याद है उनका लगाव. बहà¥à¤¤ ही सादगी के साथ बहà¥à¤¤ ही सरलता के साथ कà¤à¥€ à¤à¥€ नाराज होते उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ नहीं देखा, गà¥à¤¸à¥à¤¸à¥‡ में नहीं देखा. हम बोलते थे कि योगेश दा ये शबà¥à¤¦ बदलना होगा मीटर में नहीं बैठरहा है या हमारे अंदाज़ में नहीं आ रहा है तो कà¤à¥€ à¤à¥€ बिना किसी बहस के कहते ठीक है पांच मिनट दीजिठऔर बस! बहà¥à¤¤ ही तनà¥à¤®à¤¯à¤¤à¤¾ के साथ लिखा करते थे बड़े सà¥à¤•ून के साथ लिखा करते थे लिखना उनका पैशन था और माशालà¥à¤²à¤¾à¤¹ कà¥à¤¯à¤¾ लिखा है उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बरà¥à¤®à¤¨ दा के लिठउनका आखिरी गीत हो या सलिल दा के लिठलिखे गीतों की बात कर लें हम या हमारे ही गीतों की बात करें, बहà¥à¤¤ सà¥à¤‚दर लिखा करते थे और मà¥à¤à¥‡ लगता है कि वो उतने ही सरल इंसान थे सादगी पसंद इनà¥à¤¸à¤¾à¤¨ थे. बहà¥à¤¤ ही विनमà¥à¤°à¤¤à¤¾ से मिलते थे और हमारे बीच में उमà¥à¤° का कोई फासला ही नहीं रह जाता था. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने 'वरà¥à¤• इज़ वरशिप' इसी सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚त पर काम किया और बहà¥à¤¤ ही तरीके से लिखा. उनके हर गीत में उनकी तनà¥à¤®à¤¯à¤¤à¤¾ दिखाई देती थी जब à¤à¥€ हमने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ गीत लिखने की बात की, किसी à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•ार से न कà¤à¥€ कà¥à¤› कहते थे वे और हर हाल में संतà¥à¤·à¥à¤Ÿ हो जाते थे. इतने विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ इतने बड़े गीतकार लेकिन उनकी सादगी दिल जीत लेती थी. हमें उनसे ये बहà¥à¤¤ बड़ा सबक सीखना चाहिये, मेरा दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ की आखिरी समय में उनसे मà¥à¤²à¤¾à¤•़ात नहीं कर सका उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आखिरी बिदाई नहीं दे सका. इस लॉकडाउन में काफी दूरी रही और मैं चाह कर à¤à¥€ उनके अंतिम दरà¥à¤¶à¤¨ नहीं कर सका लेकिन ताज़िनà¥à¤¦à¤—ी वो मेरी सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ में रहेंगे. योगेश जी आप बहà¥à¤¤ याद आà¤à¤‚गे बहà¥à¤¤ याद आà¤à¤‚गे.
(विनय तिवारी ने रविराज पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤®à¥€ से अपने विचार वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किà¤)